गुड़ी और स्वास्थ्य।
गुड़ी पड़वा भारतीय सांस्कृतिक वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। इस गुड़ी पड़वा की स्वस्थ शुरुआत है। इस दिन नीम के पेड़ में नया पत्ता उगता है। फूल आते हैं। ये दोनों ही चीजें आपको कई बीमारियों से निजात दिलाने में सक्षम हैं।
इसलिए इस दिन अष्टक बनाया जाता है। ये आठ तत्वों में आते हैं। नीम के फूल, पत्ते, जीरा, काली मिर्च, हींग, अजवाइन, नमक और गुड़ को एक साथ लेकर सुबह खाली पेट खाना चाहिए।
इसे कैसे खाएं?
तो इन सभी आठ चीजों को एक साथ लें और इन्हें बांट लें या मिक्सी में मिला लें। इसकी छोटी-छोटी गोलियां बनाकर खाली पेट अपनी पसंद के अनुसार एक-दो गोलियां खा लें।
इसे एक महीने तक खाली पेट खाने से हम स्वस्थ रहते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि हमारे शरीर में कैंसर जैसी घातक बीमारी की अपरिपक्व कोशिकाएं नहीं बन पाती हैं।
तदनुसार, चैत्र के महीने को उत्तर भारत में मधुमास के रूप में भी जाना जाता है। खास बात यह है कि इस महीने में हमारा ब्लड शुगर बढ़ जाता है। इसलिए इस अष्टक का सेवन हमारे लिए स्वास्थ्यवर्धक है।भारतीय सांस्कृतिक त्योहारों का सभी के लिए स्वस्थ महत्व है।