*क्योके तुम मेरे साथ हो*
ऐसाही चलता रहे सफर इस जीवन का क्यो के तुम साथ हो |
ऐसे ही होती रहे बरसात मुसीबतों कि क्यो के तुम साथ हो |
ऐसे ही बरसती है बरसात खुशीयों कि क्यो के तुम साथ हो |
तुम कभी मेरी मॉ हो….
तुम कभी मेरी बहन हो…
तुम कभी मेरी प्रिया हो….
तुम कभी मेरी बिटियाँ हो …
तुम कभी मेरी याद हो ..
तुम कभी मेरा गम हो …
तुम कभी मेरा जुनुन हो ….
तुम कभी मेरी खुशी हो …
तुम कभी मेरी जिद हो ….
तुम कभी मेरे दिल का सुकुन हो …
तुम मेरी तृष्णा हो ….
तुम मेरी तुष्टी हो …
ये सब तुम हो ..
क्यो के तुम नारी हो….
क्यो के तुम मेरी सारी दुनिया हो….
मै तुम्हारा अंश हुँ…
तुम मेरी शक्ती हो….
मै तुम्हारे हाथ सुरक्षीत हुँ….
क्यो के तुम मेरे साथ हो |
*माधव ओझा ,शिरडी.*